नशीले पदार्थो के बढ़ते ग्राफ पर डीएम ने जताई चिंता
नारकोटिक्स कोऑर्डिनेशन की जिलास्तरीय समिति की बैठक सोमवार को हुई। जिसमें नशीली दवाओं-कोकीन, अफीम, चरस, पोस्ता एवं अन्य मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम के लिए विभागीय समन्वय के जरिए कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने कहा कि इन दिनों नशीले पदार्थों का प्रयोग बढ़ रहा है, जो चिंता का विषय है। संबंधित विभाग इनके क्रय-विक्रय, प्रयोग, दुष्परिणामों, हानिकारक प्रभावों के बारे में जन सामान्य को जागरूक करें। जनपद खैर में हरियाणा एवं गभाना में बुलंदशहर दिल्ली से सटा हुआ है।
पुलिस, अभिसूचना एवं अन्य माध्यमों से नशीले पदार्थों की तस्करी की जानकारी कर कार्रवाई करे। स्कूल, कॉलेजों में नशीली दवाओं के सेवन के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम कर युवाओं को इसके नुकसान बताएं। एनडीपीएस अधिनियम के तहत नशीली दवाओं, पदार्थों के उत्पादन, निर्माण, क्रय-विक्रय, परिवहन, भंडारण, उपयोग और उपभोग एवं निगरानी रखी जाए। नशा मुक्ति केंद्रों एवं पुनर्वास केंद्रों के क्रियाकलापों का समय-समय पर पर्यवेक्षण किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी सतीश चंद्र, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह, सहायक निदेशक सूचना संदीप कुमार, पर्यवेक्षक नागरिक सुरक्षा सीपी सिंह, सह- जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष बाबू एवं योगेंद्र सिंह उपस्थित रहे।